Aaj Ka Panchang: आज फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि तथा दिन शनिवार है। आज शनिवार के दिन न्याय के देवता शनिदेव की पूजा का विधान है।
पंचांग एक प्रमुख हिंदू पंचांग विद्वानों द्वारा तैयार किया जाने वाला एक पुराना और महत्वपूर्ण पंचांग है। यह हिंदू धर्म के अनुसार समय, तिथि, नक्षत्र, चंद्रमा की स्थिति, ग्रहों की स्थिति, व्रत, त्योहार, मुहूर्त, राहु काल, गुलिक काल और अन्य महत्वपूर्ण ज्योतिषीय जानकारी प्रदान करता है।
माह : फाल्गुन
पक्ष: कृष्ण
तिथि : प्रतिपदा
दिन : शनिवार
नक्षत्र : उत्तरा फाल्गुनी
सूर्योदय : 06:31 AM
सूर्यास्त : 06:29 PM
राहु काल: 09:31 AM – 11:00 AM
गुलिक काल: 06:31 AM – 08:01 AM
शुभ मुहूर्त अभिजित : 12:06:31 – 12:54:22
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आधुनिक जीवन में आज का पंचांग क्यों महत्वपूर्ण है?
आज की तेज़-रफ़्तार दुनिया में, प्रकृति और ब्रह्मांड से जुड़ाव महसूस करना मुश्किल हो सकता है। लेकिन पंचांग एक पुल का काम करता है, जो हमें ब्रह्मांडीय गतिविधियों के साथ अपने कार्यों को सिंक्रनाइज़ करने में मदद करता है। यहाँ कुछ कारण दिए गए हैं कि यह आज भी प्रासंगिक क्यों है:
- महत्वपूर्ण कार्यों की योजना बनाना: चाहे वह शादी हो, व्यवसाय का शुभारंभ हो, या नौकरी का इंटरव्यू, पंचांग देखकर आप सबसे शुभ समय चुन सकते हैं।
- स्वास्थ्य और कल्याण: कुछ नक्षत्र और तिथियाँ हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करती हैं। इनके साथ अपनी गतिविधियों को संरेखित करके, आप अपने समग्र कल्याण को बढ़ा सकते हैं।
- आध्यात्मिक विकास: पंचांग त्योहारों, व्रत और अनुष्ठानों को भी उजागर करता है, जो आपको अपनी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक जड़ों से जुड़े रहने में मदद करता है।
पंचांग हिंदी कैलेंडर का एक अंग होता है जिसमें साल के दिन, महीने और तिथियां दर्शाई जाती हैं। इसमें हिंदी महीनों के नाम, विवाह मुहूर्त, शुभ तिथियां, अमावस्या, पूर्णिमा, त्योहारों की तिथियां आदि शामिल होती हैं। इसके द्वारा धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यों की तिथियों का अनुमान लगाने में सहायता मिलती है और विशेष मुहूर्तों का चयन किया जा सकता है।
धार्मिक पंचांग (Aaj Ka Panchang) में दिन के शुभ-अशुभ समयों के बारे में भी बताया जाता है जिनका प्रयोग करके विभिन्न कार्यों को करने में शुभ फल मिलता है। पंचांग को ज्योतिषीय दृष्टि से भी महत्वपूर्ण माना जाता है जिससे ग्रहों की चाल के अनुसार भविष्यफल का अनुमान लगाना संभव होता है।
सार्वजनिक त्योहारों, समारंभों, विवाहों, यात्राओं, आदि के लिए पंचांग का महत्वपूर्ण योगदान होता है, जो हिंदू संस्कृति के अटूट हिस्से को दर्शाता है। पंचांग एक भारतीय सभ्यता का बहुत ही महत्वपूर्ण अंग है।
पंचांग का महत्वपूर्ण संबंध समय के साथ भारतीय संस्कृति और धरोहर से है। पंचांग भारतीय कैलेंडर का एक विशेष भाग है जो धार्मिक और सांस्कृतिक घटनाओं को निर्धारित करने के लिए प्रयोग होता है। इसमें सूर्य, चंद्र, नक्षत्र, तिथि, वार और योग की जानकारी दी जाती है जो लोगों को उनके दैनिक और पर्व पर्वतंत्र गतिविधियों के अनुसार जीवन व्यवस्था करने में मदद करता है।
वास्तविक जीवन का उदाहरण: आज का पंचांग कैसे मददगार साबित हुआ
प्रिया की कहानी सुनिए, जो एक छोटे व्यवसाय की मालकिन हैं और अपने ब्रांड को बढ़ाने के लिए संघर्ष कर रही थीं। अपने पूरे प्रयास के बावजूद, कुछ न कुछ गलत हो जाता था। अपने ज्योतिषी की सलाह पर, उन्होंने महत्वपूर्ण निर्णय लेने से पहले आज का पंचांग देखना शुरू किया। उन्होंने एक शुभ मुहूर्त में अपनी नई उत्पाद लाइन लॉन्च की और प्रतिकूल ग्रह स्थितियों के दौरान अनुबंध पर हस्ताक्षर करने से बचीं। कुछ ही महीनों में, उनके व्यवसाय में काफी सुधार देखा गया।
प्रिया की कहानी अद्वितीय नहीं है। कई लोगों ने, उद्यमियों से लेकर गृहिणियों तक, पंचांग के साथ अपने कार्यों को संरेखित करके लाभ उठाया है।
विशेषज्ञों की राय: ज्योतिषी क्या कहते हैं
प्रसिद्ध ज्योतिषी प्रवीण पुरोहित के अनुसार, “पंचांग केवल भविष्यवाणी करने का उपकरण नहीं है; यह ब्रह्मांड के साथ सामंजस्य में रहने का मार्गदर्शक है। प्रत्येक दिन की ऊर्जा को समझकर, आप ऐसे विकल्प चुन सकते हैं जो ब्रह्मांडीय लय के साथ मेल खाते हों।”