India v West Indies T20: भारत ने वेस्टइंडीज को तीसरे टी-20 इंटरनेशनल में सात विकेट से हराते हुए पांच मैच की सीरीज में जबरदस्त वापसी कर ली है। करो या मरो के मैच में भारत को हर हाल में जीत जरूरी थी।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए वेस्टइंडीज ने 159 रन बनाए थे। जवाब में अकेले सूर्यकुमार यादव ने ही आधे से ज्यादा रन बना दिए। सूर्या 44 गेंद में 83 रन बनाकर आउट हो गए। जिस अंदाज में वह खेल रहे थे, आराम से अपना चौथा टी-20 इंटरनेशनल बना लेते, लेकिन हवाई शॉट खेलने के चक्कर में बाउंड्री पर धर लिए गए। युवा बल्लेबाज तिलक वर्मा भी अपने तीसरे मैच में लगातार दूसरा अर्धशतक बनाने से चूक गए क्योंकि वह 49 रन पर तब नाबाद लौटे जब स्ट्राइक एंड पर खड़े कप्तान हार्दिक पंड्या ने छक्का मारकर जीत दिला दी। अब सीरीज का चौथा मैच 12 तारीख को फ्लोरिडा (यूएस) में खेला जाएग
10 चौके और चार छक्के की विस्फोटक पारी खेलने वाले सूर्यकुमार यादव को पहले ही ओवर में क्रीज पर उतरना पड़ा क्योंकि डेब्यूटेंट यशस्वी जायसवाल अपने पहले टी-20 इंटरनेशनल में दो गेंद में सिर्फ एक रन बनाकर चलते बने। छह रन पर लगे इस झटके के बाद शुभमन गिल (6) भी सस्ते में निपट गए। यहां से सूर्यकुमार यादव और तिलक वर्मा ने 34 रन से स्कोर 121 रन तक पहुंचा दिया। दोनों के बीच मैच विनिंग साझेदारी हुई।
किसी द्विपक्षीय टी-20 सीरीज में इससे पहले टीम इंडिया कुल 13 बार करो या मरो की स्थिति में फंसी थी। यानी सीरीज बचाने के लिए उसे वह मैच हर हाल में जीतना था। पिछले 13 में से टीम इंडिया ने 11 मुकाबले जीते थे और एक मुकाबले का रिजल्ट नहीं निकला था। सिर्फ साउथ अफ्रीका के खिलाफ 2015 में खेले गए सीरीज के करो या मरो मुकाबले में उसे शिकस्त का सामना करना पड़ा था। अब यहां भी जीत हासिल हो गई।
इससे पहले वेस्टइंडीज ने ब्रैंडन किंग और मायर्स ने पावर प्ले में 38 रन बनाए और सातवें ओवर में बोर्ड पर 50 रन टांग दिए। अगस्त 2022 के बाद यह पहली बार था जब वेस्टइंडीज की ओपनिंग जोड़ी ने किसी टी-20 मैच में 50प्लस पार्टनरशिप की थी। अक्षर ने अगले ओवर में मायर्स को आउट कर 55 र की साझेदारी का अंत किया।
बारिश, खराब रोशनी, खराब फील्ड जैसी वजहें कई बार मैच के देर से शुरू होने का कारण बनी हैं, लेकिन इस मैच में देरी की वजह शायद सबसे अजीब रही। टॉस के बाद भारतीय टीम पहले फील्डिंग के लिए मैदान पर समय से आ गई। फिर अचानक ही प्लेयर्स मैदान से बाहर जाने लगे। पता चला कि तब तक 30 यार्ड के सर्कल की रेखा नहीं खींची गई थी। फिर सर्कल बनाया गया और मुकाबला शुरू करने की हरी झंडी मिली। एक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच के देर से शुरू होने इस वजह ने सभी को हैरान कर दिया।