Sawan 2023: भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (IRCTC) ने इस बार सावन के पवित्र महीने में स्पेशल तैयारी की है। दरअसल, IRCTC की ओर से श्रद्धालुओं की आस्था को ध्यान में रखते हुए इस बार सावन में रेल यात्रियों को पूरी तरह से सात्विक भोजन परोसे जाने की तैयारी है। इसके लिए IRCTC 4 जुलाई से मांसाहारी भोजन परोसना बंद करने जा रहा है।
4 जुलाई से IRCTC नहीं परोसेगा नॉन वेज फूड
जानकारी के मुताबिक, बिहार के भागलपुर में भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (IRCTC) सावन महीने के दौरान 4 जुलाई से ट्रेनों में नॉन वेज फूड परोसना बंद कर देगा। वहीं ट्रेनों में शुद्ध शाकाहारी भोजन परोसने के अलावा बिना प्याज-लहसुन के खाना तैयार किया जाएगा यानी यात्रियों की थाली में केवल सात्विक भोजन ही परोसा जाएगा।
मिलेगा बिना प्याज-लहसुन वाला भोजन और फल
केवल इतना ही नहीं यात्रियों को बिना प्याज और लहसुन के बने भोजन के अलावा फल भी परोसे जाएंगे। इस भोजन नियम का पालन पूरे सावन महीने में किया जाएगा। इसलिए इस दौरान मांसाहारी भोजन पर अस्थायी रोक लगाई गई है। साफ-सफाई का भी विशेष ध्यान रखा जाएगा।
साल के सबसे पवित्र महीनों में से एक सावन का महीना
हिंदू कैलेंडर में ‘सावन’ महीने को ‘श्रावण’ भी कहा जाता है। यह हिंदू चंद्र कैलेंडर का 5वां महीना है और साल के सबसे पवित्र महीनों में से एक है। वहीं सावन माह के दौरान प्रत्येक सोमवार, जिसे एक बहुत ही शुभ समय माना जाता है, भक्त उपवास करते हैं और भगवान शिव से आशीर्वाद मांगते हैं। सावन माह को कांवड़ धारण करने का समय भी माना जाता है। तीर्थयात्री पवित्र स्थानों से गंगा जल एकत्रित कर उसे कांवड़ या छोटे मिट्टी के बर्तनों में रखते हैं और कावड़ यात्रा शुरू करते हैं।
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कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़िये के रूप में जाने-जाने वाले भक्त, गंगा नदी से पवित्र जल लेने के लिए उत्तराखंड के हरिद्वार और गंगोत्री और बिहार के सुल्तानगंज जैसे स्थानों पर जाते हैं और इस जल से देवता की पूजा करते हैं। श्रद्धालु भगवा वस्त्र पहनकर पैदल भगवान शिव के मंदिरों में जाते हैं और पवित्र जल से भगवान शिव का अभिषेक करते हैं। शिव मंदिरों में भगवान शिव का अभिषेक अति उत्तम फल दायक माना जाता है। ऐसे में इस वर्ष सावन की पवित्र अवधि में आईआरसीटीसी भागलपुर में ट्रेनों में केवल शाकाहारी भोजन परोसेगा।