सदियों से Copper के बर्तनों में खान-पान बेहतर स्वास्थ्य की कुंजी बताया जाता रहा है। आइए जानें, इसी बारें में कुछ बेहद ख़ास बातें।
Copper के बर्तनों का उपयोग पुरातन काल से ही होता आया है। पहले लोग पानी रखने के लिए तांबे के बर्तनों का उपयोग करते थे। ऐसा माना जाता था कि तांबे के बर्तन में पानी रखने से इसके औषधिय गुणों के चलते पानी शुद्ध हो जाता था।
तांबे के बर्तन में पानी रखने से पानी प्राकृतिक तरीके से शुद्ध हो जाता है। इसके लिए पानी की तांबे के बर्तन में कम से कम चार से छह घंटे रखना होगा। यह पानी में मौजूद कीटाणुओं को पूरी तरह से नष्ट करके पानी को शुद्ध कर देगा। बता दें कि तांबे में रोगाणुरोधी, एंटीऑक्सीडेंट, एंटी कार्सिनोजेनिक और कई प्रकार के खनिज विद्यमान होते हैं, जिसके कारण ये मानव स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होता है।
वज़न घटाने में फायदेमंद (Useful in Weight loss)
यदि आप नियमित रूप से तांबे के बर्तन में रखा पानी पीते हैं तो यह आपके पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में काफी मददगार साबित होगा। तांबा शरीर की अतिरिक्त वसा को भी खत्म करता है।
पाचन तंत्र में होगा फायदा
तांबे में ऐसे गुण पाए जाते हैं, जिससे यह हानिकारक बैक्टीरिया को नष्ट कर देता है, इसीलिए यदि तांबे के बर्तन में रखे पानी का सेवन किया जाए तो यह न सिर्फ अल्सर, अपच और पेट के संक्रमण से बचाता है, बल्कि आपके शरीर को डिटॉक्स करने का कार्य भी करता है। यह लीवर और किडनी को भी सुचारू रूप से काम करने में मदद करता है।
एनीमिया को मात देता है
तांबे के पानी की सबसे खास बात यह है कि यह हमारे शरीर में होने वाली अधिकांश प्रक्रियाओं के लिए बहुत फ़ायदेमंद होता है। तांबे के बर्तन में रखे पानी के नियमित सेवन से हमारे शरीर में नई कोशिकाओं के निर्माण में तेज़ी आती है, बल्कि यह शरीर में खून की कमी को भी पूरा करता है।
त्वचा संबंधी रोगों में लाभ (Benefits in skin diseases)
आयुर्वेद की मानें तो तांबा एक ऐसी धातु है, जिसमें एंटी एजिंग गुण पाए जाते हैं। तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से त्वचा संबंधी समस्याएं दूर होती हैं और त्वचा में चमक आती है।