इस ऐतिहासिक अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि गर्भगृह में वे स्वयं को ईश्वरीय चेतना के प्रतीक रूप में महसूस कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सदियों के धैर्य के बाद धरोहर रूप में राम मंदिर मिला है। यह सामान्य नहीं बल्कि अलौकिक और पावन क्षण है, हजारों वर्ष बाद भी यह दिन लोगों के मानस में जीवंत रहेगा। श्री मोदी ने कहा कि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा जीवन में मानवीय मूल्यों की प्रतिष्ठा है। यह राम से राष्ट्र की सेवा का विस्तार है। इस पल को जीना और इसका साक्षी होना हमारे लिए राम कृपा है।
इसके पहले गोविन्द गिरी महाराज, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने समारोह को संबोधित किया।
इस ऐतिहासिक आयोजन में उद्योगपति मुकेश अंबानी, सुनील मित्तल और अनिल अंबानी, अभिनेता अमिताभ बच्चन, अभिषेक बच्चन, रजनीकांत, रणवीर कपूर, चिरंजीवी, कंगना राणावत, माधुरी दीक्षित, कैटरीना कैफ, आलिया भट्ट और खेल जगत से सचिन तेंदुलकर, अनिल कुंबले और साइना नेहवाल सहित समाज के सभी वर्गों के लोग उपस्थित थे।
पूर्व प्रधानमंत्री एच. डी. दैवेगौडा, तेलगू देसम पार्टी प्रमुख एन. चन्द्रबाबू नायडू और अनेक जानी मानी हस्तियों ने भी इस आयोजन में भाग लिया। देश के सभी प्रमुख आध्यात्मिक और धार्मिक पंथ के प्रतिनिधि भी प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल हुए। काशी के डोमराजा प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के लिए चुने गए चौदह मुख्य यजमानों में शामिल थे। प्राण प्रतिष्ठा से पहले जाने माने गायक सोनू निगम, अनुराधा पौडवाल और शंकर महादेवन ने राम भजन गाकर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
प्रधानमंत्री आज श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण से जुड़े श्रमजीवियों से बातचीत करेंगे। वे कुबेर टीला भी जाएंगे, जहां भगवान शिव के प्राचीन मंदिर का पुनरुद्धार किया गया है। वे इस मंदिर में पूजा-अर्चना भी करेंगे।