Zealandia Continent: भूवैज्ञानिकों ने एक नए महाद्वीप की खोज की है. वैज्ञानिकों की एक टीम ने इस महाद्वीप का नक्शा भी तैयार किया है। भूवैज्ञानिकों ने इस महाद्वीप का नाम जीलैंडिया रखा है।
इस महाद्वीप को रिउ-ए-माउई के नाम से जाना जाता है। वैज्ञानिकों ने समुद्र तल में चट्टानों का विश्लेषण करने के बाद इस महाद्वीप की खोज की। इस खोज से जुड़ी एक रिपोर्ट टेक्टोनिक्स मैगजीन में प्रकाशित हुई है. आपको बता दें कि 375 साल पहले यह महाद्वीप पूरी तरह से जलमग्न हो गया था।
जीलैंडिया (Zealandia) दिखने में न्यूजीलैंड जैसा ही है
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह महाद्वीप करीब 1.89 मिलियन वर्ग मील में फैला हुआ है। यह विशाल महाद्वीप मेडागास्कर से लगभग छह गुना बड़ा है। जीलैंडिया को शामिल करने के बाद अब विश्व में महाद्वीपों की कुल संख्या 8 हो गई है। वैज्ञानिकों ने बताया कि यह महाद्वीप अन्य सभी महाद्वीपों में सबसे छोटा, सबसे पतला और सबसे नया है। यह महाद्वीप न्यूजीलैंड के समान दिखता है।
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इस भूविज्ञानी ने बड़ी भूमिका निभाई
इस खोज में न्यूजीलैंड क्राउन रिसर्च इंस्टीट्यूट जीएनएस साइंस के भूविज्ञानी एंडी टुलोच ने बड़ी भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि किसी बहुत स्पष्ट चीज़ को उजागर करने में थोड़ा समय लगता है। जीलैंडिया के बारे में कोई भी खोज वैज्ञानिकों के लिए एक बड़ी चुनौती रही है। इस महाद्वीप की खोज के लिए वैज्ञानिकों ने समुद्र तल से मिली चट्टानों के नमूनों की जांच की। ज़ीलैंडिया की उत्पत्ति का पता गोंडवाना के प्राचीन प्रायद्वीप से लगाया जा सकता है। आपको बता दें कि गोंडवाना के पश्चिमी प्रायद्वीप का निर्माण 550 मिलियन वर्ष पहले हुआ था।