Astrology Tips: श्रावण मास में शनिदेव की पूजा का महत्व
Astrology Tips: आज के दिन भगवान शनिदेव की पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। जो भी लोग शनि साढ़ेसाती या ढैय्या और शनिदोष से पीड़ित हो उन्हें शनिदेव की आराधना से शनिकृपा की प्राप्ति होती है। शनिदेव को शनिवार के दिन नीले फूल, काले वस्त्र, शमी के पत्ते, सरसों का तेल अर्पण करने का विधान है। ऐसा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और भक्तों की मनोकानाएं पूर्ण करते हैं।
वैसे तो श्रावण मास में पूरे महीने ही महादेव की पूजा का विधान है, लेकिन इस माह में न्याय के देवता शनिदेव की पूजा का भी विशेष महत्व है। ज्योतिष शास्त्र में माना जाता है कि जिन लोगों की कुण्डली में शनि की स्थिति ठीक नहीं हो उन्हें श्रावण मास में भगवान रुद्र का अभिषेक से शनि देव की कृपा प्राप्त होती है। भगवान शिव शनिदेव के भी आराध्य हैं ऐसे में ऐसे में भगवान शिव की पूजा से शनिदेव की भी कृपा प्राप्त होती है। श्रावण मास में शनिदेव को शमी के पत्ते चढ़ाने से भी विशेष फलों की प्राप्ति होती है।
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