Kali Mata Ki Aarti Lyrics in Hindi for Empowerment

Kali Mata Ki Aarti is a powerful devotional hymn sung in praise of Goddess Kali, the fierce and compassionate form of Shakti, symbolizing divine strength and the destruction of evil. The aarti venerates Kali Mata’s protective and transformative energy, describing her as the remover of obstacles, the liberator of souls, and the embodiment of cosmic power. Devotees sing this aarti with great fervor, especially during festivals like Kali Puja and Navratri, seeking her blessings for courage, protection, and spiritual awakening. The ritual, accompanied by the rhythmic clanging of bells and the glow of lamps, fills the surroundings with divine energy, invoking a sense of awe, devotion, and inner strength.

Kali mata ki aarti lyrics in hindi | काली माता की आरती

अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली ।

तेरे ही गुण गायें भारती, ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती ॥

तेरे भक्त जनों पे माता, भीर पड़ी है भारी ।

दानव दल पर टूट पडो माँ, करके सिंह सवारी ॥

सौ सौ सिंहों से तु बलशाली, दस भुजाओं वाली ।

दुखिंयों के दुखडें निवारती, ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती ॥

माँ बेटे का है इस जग में, बडा ही निर्मल नाता ।

पूत कपूत सूने हैं पर, माता ना सुनी कुमाता ॥

सब पर करुणा दरसाने वाली, अमृत बरसाने वाली ।

दुखियों के दुखडे निवारती, ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती ॥

नहीं मांगते धन और दौलत, न चाँदी न सोना ।

हम तो मांगे माँ तेरे मन में, इक छोटा सा कोना ॥

सबकी बिगडी बनाने वाली, लाज बचाने वाली ।

सतियों के सत को संवारती, ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती ॥

अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली ।

तेरे ही गुण गायें भारती, ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती ॥

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