Udhaar Ke Kangan-उधार के कंगन
Udhaar Ke Kangan: ” मंझली एक बात कहूं ? ” बड़ी बहू के चेहरे पर संकोच के अंतहीन बादल
Udhaar Ke Kangan: ” मंझली एक बात कहूं ? ” बड़ी बहू के चेहरे पर संकोच के अंतहीन बादल
Number Jarooree Ya Bachcha: जीवन जी ने अपने बेटे के बारहवीं पास करने की खुशी मे एक बहुत बड़ी पार्टी रखी । अपने सभी मित्रो , रिश्तेदारो , अड़ोस पड़ोस के लोगो यहाँ तक की बेटे के मित्रो के परिवार वालों को भी बुलाया ।
Bandar Ka Phaisala: एक व्यक्ति एक जंगल से गुजर रहा था कि उसने झाड़ियों के बीच एक सर्प फंसा हुआ देखा।
Anajaanee Aadad: रात के 11:00 बज रहे थे और अचानक घर की घंटी बजी। रवि चौंक गया! इतनी रात को कौन आया?
Betee Padhao, Dahej Mitao: ममता का चयन आईएएस के लिए हो गया है। कलेक्टर बन कर आयुष्मति की यह इच्छा है कि अपने अधीनस्थ कर्मचारी से वह विवाह नहीं करेगी।
Ghosla- बाबूजी,मैंने बालकनी में चारो तरफ चिक लगवाकर कमरा तैयार करा दिया है, आप उसी में शिफ्ट हो जाइयेगा।”