FB और Insta की रील्स बन रही है उपभोक्ता कैम्पेन, ब्रांड की रील देखकर 77 प्रतिशत लोग खरीदते है प्रोडक्ट
FB-Insta Reels: विज्ञापनों का उपभोक्ताओं के जीवन पर इस तरह से प्रभाव पढ़ चुका है कि विज्ञापन ही उत्पाद के विक्रय का आधार बनती जा रही है. इनमे भी सबसे अधिक सोशल मीडिया लोगों पर इस कदर भावी है कि अब तो लोग अपनी आधी जिंदगी सोशल मीडिया को देखकर चल रहे हैं.
भारत में प्रोडक्ट खरीदने को लेकर एक बड़ी रिसर्च सामने आई है, प्रख्यात सोशल कंपनी मेटा की ओर से दी गई जानकारी अनुसार भारत में फेसबुक और इन्स्ताग्राम पर रील्स देखकर प्रोडक्ट खरीदने वालों की संख्या अधिक है.
मेटा ने बीते मंगलवार को मेडऑनरील्स के नाम से एक कार्यक्रम यां प्लेटफोर्म लॉन्च की घोषणा की, यह डिज़ाइन रील्स विज्ञापनों की शक्ति को देश में वर्टिकल में ब्रांडों तक ले जाने के लिए बनाया गया है.
कैडबरी डेयरी मिल्क सिल्क, मीशो, नवी, मारुति नेक्सा, स्निच, अमेज़न प्राइम वीडियो और तनिष्क जैसे ब्रांडों को लेकर चलाये गए एक कंपेन में पता चला कि लोग विज्ञापन और रील्स देखकर प्रोडक्ट को खरीदते हैं.
मेडऑनरील्स को लेकर मेटा ने बताया कि हमारा लक्ष्य व्यवसायों को विकसित करने के लिए उपभोक्ता की आवश्यकता अनुसार कार्य करना है. उनका मानना है कि देश में डिजिटल विज्ञापन भविष्य के लिए एक मजबूत आवश्यकता बन रहे हैं और मेटा इन सबके लिए एक मंच तैयार कर रहा है.
मेटा की ओर से करवाए गए सर्वेक्षण में शामिल 82 प्रतिशत लोगों का मानना है कि उन्होंने रीलों को देखने के बाद किसी उत्पाद का अनुसरण किया है, जबकि 74 प्रतिशत ने कहा कि उन्होंने अपनी रीलों को देखकर किसी उत्पाद के लिए इन्क्वायरी की है. और 77 प्रतिशत लोग कहते हैं कि उन्होंने रीलों को देखने के बाद ही कोई उत्पाद या सेवा खरीदी है.