New Smartphone खरीदते वक़्त बरते ये सावधानियाँ

उपभोक्ता Smartphone ख़रीदने से पहले कई बार बड़े पशोपेश में होता है कि उसे किस तरह का स्मार्टफोन ख़रीदना चाहिए। आइए जानते हैं कि स्मार्टफोन ख़रीदने से पहले क्या-क्या ज़रूरी बातें हैं, जो आपको ध्यान में रखनी चाहिए।

आप स्टूडेंट हो, युवा हों, कोई नौकरी करते हों या अपना व्यापार हो, आज स्मार्ट फोन हर हाथ की ज़रूरत बनकर रह गया है। बिना स्मार्ट फोन के लोगों के लिए जीना आज गुज़रे ज़माने की बात हो गई है। शायद ही कोई ऐसा हो, जिसे स्मार्ट फोन की ज़रूरत नहीं है। शायद यही कारण है कि स्मार्टफोन की बिक्री आए दिन अपने ही पुराने रिकॉर्ड तोड़ती नज़र आती है। कोरोना महामारी के दौरान तो स्कूलों ने बच्चों की क्लासेस तक ऑनलाइन लेनी शुरू कर दी थीं, जिस कारण अभिभावकों को बच्चों के लिए भी अलग से स्मार्ट फोन की व्यवस्था करनी पड़ी। उपभोक्ताओं की इन्हीं ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए मोबाइल के बाज़ार में विभिन्न देशी-विदेशी कंपनियों का बोलबाला है और उन्होंने अलग-अलग उपभोक्ताओं को ध्यान में रखते हुए कई तरह के स्मार्टफोन्स बाज़ार में उतार रखे हैं, लेकिन उपभोक्ता स्मार्टफोन ख़रीदने से पहले कई बार बड़े पशोपेश में होता है कि उसे किस तरह का स्मार्टफोन ख़रीदना चाहिए और कई बार इसी कशकमश में फोन ख़रीदते वक्त वे कई भारी ग़लती कर देते हैं, जिसका खामियाजा उन्हें उठाना पड़ता है। आइए सिटीस्पाइडी में जानते हैं कि स्मार्टफोन ख़रीदने से पहले क्या-क्या ज़रूरी बातें हैं, जो आपको ध्यान में रखनी चाहिए।

आईफोन बनाम एंड्राइड (iPhone vs Android)

आपको बहुत से ऐसे लोग मिल जाएंगे, जो आईफोन का गुणगान करते नहीं थकते। वहीं दूसरी ओर बहुत से ऐसे लोग भी होंगे, जिन्हें एंड्राइड फोन खूब भाता है। आप एंड्राइड और आईफोन के चक्कर में न फंसें। अपनी ज़रूरत के हिसाब से ही फोन खरीदें। आईफोन जहां आपकी गोपनीयता पर अधिक ज़ोर देता है, वहीं आप आईफोन के द्वारा दी गई ऐप्स के और फीचर्स के अलावा कुछ अलग से नहीं जोड़ सकते। एक और बात आईफोन सामान्य एंड्राइड फोन के मुकाबले काफी महंगा भी होता है। एंड्राइड में आपको अपनी मर्ज़ी से विभिन्न प्रकार की ऐप और प्रोग्राम्स डाउनलोड करने की सुविधा होती है। एंड्राइड फोन सेगमेंट में एक खास बात और है कि यहां आपको हर रेंज के स्मार्टफोन उपलब्ध होते हैं। आप अपनी जेब और ज़रूरत के हिसाब से मनमाफिक स्मार्टफोन ख़रीद सकते हैं।

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अपनी ज़रूरतों को समझें (understand your needs)

आमतौर पर उपभोक्ता स्मार्टफोन ख़रीदने से पहले अपनी ज़रूरतों को नज़रअंदाज़ कर देते हैं। मान लीजिए, यदि आपका कार्य ऐसा है, जिसके सिलसिले में आपको लंबे समय तक बाहर रहना पड़ता है तो आपको ऐसा फोन ख़रीदना चाहिए, जिसकी बैटरी लाइफ अच्छी हो। वहीं यदि आप फोन पर फिल्म या खेल देखने के शौकीन हैं तो भी आपको फोन के डिस्पले और बैटरी लाइफ के बारे में अच्छे से जानकारी प्राप्त कर लेनी चाहिए, क्योंकि फोन के छोटे डिस्पले और कम बैटरी लाइफ बाद में आपको परेशान कर सकते हैं।

पता होना चाहिए कि नया स्मार्टफोन कब ख़रीदना है वैसे तो विभिन्न कंपनियां साल-भर ही नए फोन लांच करती रहती हैं, लेकिन उन्हें ख़रीदने का एक निश्चित समय होता है। जैसे एप्पल अगर सितम्बर में अपना नया फोन लांच कर रहा है और आपने जुलाई अगस्त में नया फोन खरीद लिया तो समझिए कि आपने दो महीने पहले एक पुराना मॉडल खरीद लिया। अगर आप दो महीने का और इंतज़ार करते तो हो सकता है कि आपको एप्पल का नया मॉडल करीब-करीब उन्हीं दामों में प्राप्त हो जाता। यदि आप पुराना मॉडल भी ख़रीदते तो आपको उस समय उस पर छूट मिलने की भी संभावना हो सकती थी।

सिर्फ विज्ञापन पर भरोसा न करें (Never trust on Advertisement)

कई बार टेलीविजन पर भव्य विज्ञापन देखकर ही उपभोक्ता किसी फोन को लेने का मन बना लेते हैं। मज़े की बात यह है कि हाईडेफिनेशेन वीडियो में किसी मशहूर हस्ती के साथ शूट किए गए इन विज्ञापनों में फोन के कुछ हाइलाइट्स पर बात होती है और उपभोक्ता उनके जाल में फंस जाता है, जबकि फोन ख़रीदने का सही तरीका तो यह है कि आप फोन ख़रीदने से पहले उस फोन के बारे में जहां तक संभव हो, अधिक से अधिक जानकारी जुटा लें।

ब्रांड के चक्कर में न फंसें (Don’t confuse with Brand)

कई उपभोक्ता फोन ख़रीदने से पहले ही मन बना लेते हैं कि हमें सिर्फ उस ही ब्रांड का फोन ख़रीदना है, जबकि मज़े की बात यह है कि अधिकतर फोन कंपनियां फोन बनाते वक्त खुद ही अलग-अलग ब्रांड का सामान इस्तेमाल करती हैं, जैसे फोन में कैमरा सोनी का होगा, डिस्पले सैमसंग का और एंड्राइड प्रोसेसर गूगल का होता है। ऐसे में स्मार्टफोन ख़रीदते वक्त ब्रांड की जगह फोन की विशेषताओं और अपनी ज़रूरतों पर ध्यान दें तो ज़्यादा अच्छा ह